CONFIDENT PUBLIC SPEAKING
वक्तृत्व कला के विकास के लिए व्यक्ति में आत्मविश्वास या मंच पर जाकर बोलने साहस होना सबसे ज्यादा जरूरी है। आत्मविश्वास के साथ यदि कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक मंच पर बोल सकता है तो वह एक दिन अवश्य कुशल वक्ता बन सकता है। अभातेयुप तेरापंथ समाज के युवकों की वक्तृत्व कला और शैली का विकास करते हुए उन्हें Confident Public Speaking - CPS के माध्यम से श्रेष्ठ वक्ता बनने का सुअवसर प्रदान करता है। अभातेयुप विभिन्न क्षेत्रों में इस आयाम की कक्षाएं आयोजित करती है एवं विशेषज्ञ प्रशिक्षकों को भेज कर युवकों को वक्तृत्व कला में प्रशिक्षित करने का प्रयास करती है।
- हर व्यक्ति बोलना तो जानता है पर कहां-क्या एवं कैसी परिस्थितियों में बोलना है, वह नहीं जनता।
- हर व्यक्ति यह जानता है कि समस्या का समाधान मनमुटाव रखकर न बोलने से नहीं लेकिन योग्य तर्ज पर की गई हृदयस्पर्शी बातों से हो सकता है।
- हर व्यक्ति यह जानता है कि अच्छे व्यक्तित्वशैली से न केवल धर्मिक स्थल अपितु पारिवारिक रिश्ते एवं व्यापारिक संबंध भी प्रगाढ़ बनाए जा सकते हैं।
- हर व्यक्ति जानता है कि प्रेम के दो बोल ही अमूल्य हैं निंदा एवं अरूचिकर वाणी से समाज, राष्ट्र को नहीं जीता जा सकता।
- हर व्यक्ति जानता है कि Superb Personality का एक महत्वपूर्ण अंग है वक्तव्य की कला।
- आइये इन सब बिंदुओं को सम्मलित करके हम अपने गतिशील जीवन को एक नया मोड़ देकर 'शुभ भविष्य है सामने' को चरितार्थ कर मनुष्य जीवन को सफल बनाएं एवं CPS के नवीनतम आयाम से जुड़कर स्वकल्याण एवं परकल्याण के लक्ष्य को हासिल करें।